मुझे तुम प्यार करते हो
तो ये हक़ भी रखते हो
मेरे ख्वाबों में तुम आओ
मेरी तन्हाईयाँ मिटा जाओ
बहारें तुम से रोशन हैं
नज़ारे तुम से रोशन हैं
तुम ही से है कायनात मेरी
तुम्ही से हर बात मेरी
तुम ही तुम हो ज़माने में
तुम्ही हो दिल लगाने में
कोई न तुम से है दूजा
तुम्हारी करता मैं पूजा
चले आओ ज़रा छुपकर
ज़माने से ज़रा बचकर
मैं अब भी तुम्हारा हूँ
सितम से अब मैं हारा हूँ
कमी क्या है मुझ में ऐसी
क्यूँ तेरे चेहरे पर है उदासी
बात है बस इतनी छोटी
मुझे तुम प्यार करते हो !