Thursday, June 18, 2009

कुछ सवाल हैं ?

कुछ सवाल हैं ?


ये किस के लिए ?

माथे की बिंदिया
कानों में झुमके
गालोंकी लाली
आंखों का काज़ल


किस लिए ?

आंखों का शरमाना
होंठों की जुम्बिश
पलकों का झुक जाना
दिल का घबराना


कौन देता है ?

चलने की अदा
बातों में शरारत
पलकों की नज़ाकत
आंखों में क़यामत


क्या जानते हो ?

आंखों के सवाल
होंठों के ज़वाब
इशारों की भाषा
महकता शबाब


कैसी होती है ?

अधूरी रात
खामोशी में बात
सन्नाटे में हवा
अनसुलझे सवालात


क्यूँ होती है ?

बेचैन रूह
बेचैन आह
बेचैन जिस्म
बेचैन राह


क्या समझ में आता है ?

धड़कता दिल
महकती साँसें
आंखों का सावन
होंठों की बातें


क्या जानते हो ?

प्यार का अर्थ
प्यार की ज़बान
प्यार की भाषा
प्यार की शान










1 comment:

Anonymous said...

And then, make sure vogue worth spending when. Was can really possible to obtain
rid of the old expression, "Do as you're told"?

I'm going to play with it- because I do believe I'm on so that you can
something! As a matter of fact, adjustment
of ones hard disk drive in life certainly a effective way out of winning a harmonize with.
http://www.arabiccontent.org/node/677176