Wednesday, January 21, 2009

जब भी तनहा हुआ करो, दिल की धड़कन सुना करो

मेरा जीवन तुम से है, दूर न मुझसे हुआ करो

दुश्मने जां है खामोशी, कहते सुनते रहा करो

कल की saari चिंताएँ, ज़हनो- दिल से जुदा करो

खो जाने का खतरा है, साथ हमेशा रहा करो

ऐ भी क्या वादा वादा, कोई तो वादा वफ़ा करो

अपने संग संग अपनों की , खैर ख़बर भी रखा करो

सैफ जो दिल को तडपादे, वो बातें मत किया करो

उस्ताद :- श्री वीरेंदर कुमार 'कवंर' जी की कृपा से

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